
नकारात्मक लोगों से बचें:
नकारात्मक व्यक्ति का एक पल का
साथ ही हमारे एक हजार सकारात्मक विचारों को मारता है। हमेशा सकारात्मक
लोगों के संगति में रहे और अपनी सोच भी सकारात्मक रखे।
प्रभु में विश्वास:
हमें सर्वशक्तिमान और अपने परीश्रम में विश्वास रखना चाहिए। अपने द्वारा चुने गये विकल्पों से ही हम अपने भाग्य का निर्माण करते हैं।
खुली हवा में घुमना:
खुली हवा में प्रकृति के बीच बाग़ बगीचे में चहलकदमी सकारात्मक सोच के लिए अनिवार्य है।
पृथ्वी का स्पर्श:
पृथ्वी
पर कभी कभी नंगे पांव चलने से हमारी सभी नकारात्मक ऊर्जा कम होती है। घास
पर नंगे पैर चलना हमारी शारीरिक ऊर्जा को संतुलित करता है।
जूते का प्रवेश:
हमेशा
मुख्य प्रवेश द्वार पर जूते छोड़ दें ताकि हमारे जूते में एकत्रित
नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न करे। प्राचीन समय में तो सभी लोग जल से
पैर धोने के बाद ही घर में प्रवेश करते थे।
सेघ्या नमक से स्नान:
कभी
कभी सेंधा नमक को पानी में मिला कर स्नान करने से या पैरों और हाथों को
भिगोने से हमारे शरीर से जुड़ी सभी नकारात्मकता कंपन खतम होती है ।
खिड़कियों को खोले:
घर
में सभी खिड़कियां खुली रखें ताकि ताजा हवा और धूप अन्दर तक आ सके।
ठण्डी हवा और सूरज की किरणों प्राकृतिक रूप से हमे सकारात्मक रखती है।
ज़्यादा प्रकाश:
अपने घर को अच्छी तरह से प्रकाशमय रखें। रोशनी नकारात्मकता विचारों को हटाती है।
आध्यात्मिक प्रवचन:
घर में प्रार्थना और नियमित हवन सकारात्मक कंपन बढ़ जाती है।
पेड़ पौधे:
हमारे घर और पड़ोस में अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ पौधे होने से हमे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
अव्यवस्था से दूर:
घर में पड़ी सभी पुराने अवांछित चीजों को घर से निकाल दे। अव्यवस्था घर में नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करती है।
सेंधा नमक धोने:
सेंधा
नमक एक नकारात्मकता विनाशक है। पानी की बाल्टी में एक मुट्ठी सेंधा नमक
डाल कर धर के फर्श को अवश्य धोये। इस प्रकार घर का हर नुक्कड़ कोना
नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त हो जाता है।


Post a Comment