
एक सैनिक युद्ध सम्बंधित विशेष समाचार लेकर नेपालियन के पास आया ।उसका घोडा इतना थक चूका था कि उसने वहीँ दम तोड़ दिया ।नेपालियन ने समाचार पढ़ा और उसका जबाब पत्र में देते हुए सैनिक से कहा, ‘तुम्हारा घोडा वीरगति पा चूका है । जबाब पहुँचाना जरुरी है’इसलिए तुम मेरे घोड़े पर सवार होकर सेनापति तक मेरा पत्र पहुंचा दो’। सैनिक को यकीन नहीं हुआ । भला नेपालियन जैसा शासक उसे अपने सर्वश्रेष्ठ घोड़े पर बैठने को कैसे कह सकता है ? वह बोला,’मुझ जैसे सामान्य सैनिक का आपके घोड़े पर बैठना ठीक नहीं है । मै दौड़कर जल्दी समाचार पहुँचाने का प्रयास करूँगा ।’ नेपालियन बोले, ‘तुम पैदल क्यों जाओगे ? एक सैनिक कुछ भी हासिल कर सकता है । मै भी निचले स्तर से ऊपर तक पहुंचा हूँ । तुम तुरंत इस घोड़े पर सवार होकर यह पत्र सेनानायक तक पहुंचा दो ।’ सैनिक अब भी असहज था और उसने नेपालियन से कहा कि वह उससे घोड़े पर बैठने का आग्रह न करें ।
नेपालियन बोले , “धरती पर कोई भी ऐसी स्थिति या असाधारण वस्तु नहीं,जिसका कोई साधारण व्यक्ति उपयोग न कर सके । वह अपने पौरुष सब कुछ पा सकता है । व्यक्ति सामान्य से ऊँचे काम करते हुए ही असाधारण बनता है ।”
नेपालियन की बात सुनकर सैनिक उसके घोड़े पर सवार होकर चल दिया ।
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें.या फीर यहां पर CLICK करें । हमारा EMAIL Id है: e.edugujarat@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks.


Post a Comment