
दुनिया के हर प्रसिद्ध व्यक्ति का एक इतिहास होता है। उसके चर्चित होने की एक कहानी होती है। विश्व इतिहास की वे बड़ी हस्तियाँ जिन्होंने अपने काम और सोच से पुरी दुनिया को प्रभावित किया हैं, उनके नाम भी इतने बड़े न हो पाते अगर वे भी अपनी गलतियों और असफलताओं से कुछ नहीं सिखते और हार मान बठते। तो चलिए आज हम कुछ ऐसे ही व्यक्तित्वों तथा उनकी 'प्रेरक नाकामयाबीयों' के बारे में (Inspiring cases of failure) जानते हैं, जिससे हम भी सिख सके कि 'क्यों असफलता सफलता से अधिक महत्वपूर्ण है।'
फोर्ड मोर्टस कंपनी के संस्थापक हेनरी फ़ोर्ड के विषय में तो आप जानते ही होगें। वे अमेरीका के सबसे बड़े उद्योगपति थे तथा उन्हें अमेरिका के सबसे प्रभावशाली लोगों में गिना जाता है, लेकिन क्या आप जानते है कि उनकी पहली दो मोटर कंपनियाँ शुरू होने के कुछ ही महिनों बाद बंद हो गई थी। अगर कोई और होता तो वह निराश हो टूट जाता। लेकिन फ़ोर्ड को ये असफलताएँ भी नई मोटर कंपनी 'फ़ोर्ड मोटरस' की शुरूआत करने से नहीं रोक पाई और विश्व में पहली बार असेंबली लाइन मैन्यूफैक्चरिंग का प्रयोग करके कार उत्पादन में क्रांति ला दी। वह विश्व में अपने समय के तीन सबसे प्रसिद्ध और धनी लोगों में से एक थे।
Harry Potter सीरीज की किताबों कि लेखिका जे.के. रॉलिंग को तो आप जानते ही होगें। क्या आप को पता है, उनकी लाईफ़ में एक ऐसा समय था जब वे कंगाल, डिप्रेस और तलाकशुदा थी। जब वह Harry Potter किताब लिख रही थी तब वे एक लोक-कल्याण संस्था में रहती थी! यही नहीं उनकी इस किताब को 12 प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित करने से मना कर दिया था।
आज वो विश्व में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली लेखिका के रूप में जानी जाती है। उनकी किताब Harry Potter जब प्रकाशित हुई तब उसने बुक सेलिंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। Estimated 470 million copies !!
आज वो विश्व में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली लेखिका के रूप में जानी जाती है। उनकी किताब Harry Potter जब प्रकाशित हुई तब उसने बुक सेलिंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। Estimated 470 million copies !!
थामस एल्वा एडीसन (Thomas Edison)
एडीसन विश्व एक ऐसे अनोखे वैज्ञानिक थे जिनके नाम लगभग 1000 से भी ज्यादा पेटेंट है। सन् 1889 में एक सम्मान समारोह में एक वक्ता ने तो यहाँ तक कहा था कि इन्होंने इतनी अधिक संख्या में आविष्कार किए हैं कि शायद अब दूसरे लोगों के आविष्कार करने के लिए कुछ शेष ही नहीं रह गया है। वास्तव में मानव विकास के इतिहास में अब तक कोई भी वैज्ञानिक ऐसा नहीं हुआ है, जिसने एडीसन के बरबार आविष्कार किए हो। वह बचपन में बहुत कमजोर थे तथा उनका व्यक्तित्व बहुत ही जटिल था। लेकिन उनका दिमाग हमेशा सवालों से भरा रहता था। वह किसी भी चीज को तब तक नहीं मानते थे जब तक कि उसका स्वयं परीक्षण न कर लें। इस प्रकार के दृष्टिकोण के कारण ही इन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। इनके अध्यापक ने कहा था कि इस लड़के का दिमाग बिल्कुल खाली है।
एक सफल इलेक्ट्रिक बल्ब के आविष्कार से पहले उन्होंने 9000से भी ज्यादा बार प्रयोग किये थे, जिसमे वे सफल नहीं हो सके थे!
वॉल्ट डिज़नी (Walt Disney)
डिज़नी ने अपना पहला बिज़नेस अपने घर के गैरेज से शुरू किया था और उनकी सबसे पहली कार्टून बनाने वाली कंपनी दिवालिया हो गयी थी। उनके पहले प्रेस कान्फ्रेन्स में एक न्यूज़ पेपर के एडिटर ने उनका मजाक इसलिए उड़ाया था क्योंकि उनके पास फिल्म बनाने का कोई अच्छा आईडीआ नहीं था!
वॉल्ट डिज़नी अमेरीका एक फिल्म निर्माता, डाइरेक्टर, पटकथा लेखक और ऐनमेटर थे। उन्होंने दुनिया की सबसे जानी-मानी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी “The Walt Disney Company” की स्थापना कि थी, जिसकी आज वार्षिक आय 30 अरब डॉलर से भी ज्यादा की है।
अलर्ब्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
वॉल्ट डिज़नी अमेरीका एक फिल्म निर्माता, डाइरेक्टर, पटकथा लेखक और ऐनमेटर थे। उन्होंने दुनिया की सबसे जानी-मानी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी “The Walt Disney Company” की स्थापना कि थी, जिसकी आज वार्षिक आय 30 अरब डॉलर से भी ज्यादा की है।
जब आइंस्टीन युवा थे तो उनके माता-पिता को लगता था कि वे मंद बुद्धी है। स्कूल में उनके मार्क्स इतने खराब थे कि एक टीचर ने उनको पढ़ाई छोड़ देने की सलाह देते हुए कहा था कि 'तुम कभी भी कुछ नहीं कर पाओगे। तुम मूल्यहीन हो!' यहाँ तक कि उन्होंने चार वर्ष कि उर्म में बोलना सिखा और सात वर्ष कि उर्म से पहले तो वे पढ़ भी नहीं पाते थे।
आज हम उनको बिसवी सदी के महानतम् वैज्ञानिकों में से एक मानते है। भौतिकशास्त्र (physics) के श्रेत्र में उनके योगदानों के लिए उन्हें 1921 में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया।
आज हम उनको बिसवी सदी के महानतम् वैज्ञानिकों में से एक मानते है। भौतिकशास्त्र (physics) के श्रेत्र में उनके योगदानों के लिए उन्हें 1921 में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया।
संभवतः असफलताओं से कभी निराश न होने तथा दृढ़ता न खोने वालों में सबसे बड़ा नाम अब्राहम लिंकन का है। गरीबी में जन्मे लिंकन ने जिंदगी भर कई मुसकिलों और असफलताओं का सामना किया।
वे कई बार हार मान सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, उन्होंने ऐसा नहीं किया इसलिए वे अमेरिका के इतिहास में सबसे महान राष्ट्रपति बन पाए।
उससे पहले उनकी असफलता का यह रिकार्ड था-
इतनी असफलता के बावजूद भी वे कभी निराश नहीं हुए, बल्कि एक नये उमंग और समर्पण के साथ आगे बढ़ते रहे और अंत में अपना लक्ष्य प्राप्त कर ही लिया। तो क्या आप अब भी उन्हें एक failure मानेगें?
वे कई बार हार मान सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, उन्होंने ऐसा नहीं किया इसलिए वे अमेरिका के इतिहास में सबसे महान राष्ट्रपति बन पाए।
उससे पहले उनकी असफलता का यह रिकार्ड था-
- 1832 नौकरी खो दी
- 1832 विधान सभा का चुनाव हार गए
- 1833 बिज़नेस में फेल हो गए
- 1835 उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई
- 1834 विधान-सभा के लिए चुने गए
- 1836 उनका nervous breakdown हो गया
- 1838 Illinois House Speaker का चुनाव हार गए
- 1843 कॉग्रेस के नामनेशन रेस में हार गए
- 1849 भू-अधिकारी के लिए खारिज कर दिए गए
- 1854 सीनेट का चुनाव हार गए
- 1856 उप-राष्ट्रपति की रेस में पीछे रह गए
- 1858 दोबारा उप-राष्ट्रपति का चुनाव हार गए
- 1860 अमेरिका के राष्ट्रपति बने
इतनी असफलता के बावजूद भी वे कभी निराश नहीं हुए, बल्कि एक नये उमंग और समर्पण के साथ आगे बढ़ते रहे और अंत में अपना लक्ष्य प्राप्त कर ही लिया। तो क्या आप अब भी उन्हें एक failure मानेगें?







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