
एक युवक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत था। वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था। वो हर समस्या से परेशान था और उसी के बारे में सोचता रहता था। एक बार शहर से कुछ दूरी पर महात्मा का काफिला रुका। जब उस युवक को पता चला तो वह भी दर्शन के लिए उनके पास पहुंचा।
महात्मा जी के पास सैकड़ों भक्त अपनी परेशानी लेकर आए हुए थे। जब उस युवक का नम्बर आया तो उसने कहा, 'मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुःखी हूं। आप कोई ऐसा उपाए बताएं कि मेरी सभी परेशानियां दूर हो जाएं।'
महात्मा जी मुस्कुराए और उन्होंने कहा, 'आज बहुत देर हो गई है मैं तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर कल दूंगा। लेकिन तुम मेरा एक छोटा सा काम करोगे। हमारे काफिले में लगभग सौ ऊंट है, ऊंट की देखभाल करने वाला बीमार है। मैं चाहता हूं तुम इन ऊंटों की देखभाल करो। जब सभी ऊंट बैठ जाएं तो तुम सो जाना।'
इतना कहकर महात्मा जी अपने तंबू में चले गए। दिन हुआ तो महात्मा जी ने उस युवक से पूछा, 'बेटा क्या तुम्हें अच्छी नींद आई। युवक ने कहा, मैं एक पल के लिए भी नहीं सो पाया। मैनें सभी ऊंटों को बैठाने की पूरी कोशिश की लेकिन कोई न कोई ऊंट फिर खड़ा हो जाता।'
महात्मा जी बोले, 'मैं जानता था यही होगा। आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ है कि ये सारे ऊंट एक साथ बैठ जाएं।' युवक नाराज हो गया। वह बोला, 'जब आपको पता था तो आपने ऐसा करने के लिए क्यों कहा ?'
तब महात्मा जी ने कहा, 'देखो जब तक एक समस्या का समाधान करने की कोशिश करोगे तो दूसरी समस्या खड़ी हो जाएगी। जब तक यह जीवन है ये समस्याएं बनी रहेंगी। कभी कम तो कभी ज्यादा। इसलिए इन समस्याओं का सामना करते हुए जीवन का आनंद लो।'
संक्षेप में
समस्याएं हमेशा आपके साथ हैं, इनके बारे में दिन-रात विचार करने से यह कम नहीं होतीं बल्कि बढ़ती हैं। इसलिए हर पल को खुशी के साथ जियो। ऐसा करने से आपकी हर समस्या का अंत जल्दी हो जाएगा और फिर ये समस्याएं आपको परेशान नहीं करेंगी।

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